आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी की साजिशों का पर्दाफाश करने के लिए बुधवार को जनसंपर्क अभियान की शुरूआत की. इसके तहत AAP कार्यकर्ता 16 से 29 अक्टूबर तक उनके द्वारा दिल्ली की जनता के नाम लिखे पत्र को लेकर घर-घर जाएंगे और केजरीवाल को जेल भेजने के पीछे का असल सच जनता को बताएंगे. इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, ”मैंने दिल्ली में मुफ्त और 24 घंटे बिजली, पानी, इलाज, महिलाओं की बस यात्रा, बुजुर्गों की तीर्थयात्रा समेत अन्य सुविधाएं दी है. लेकिन ये लोग (बीजेपी) शासित 22 राज्यों में दिल्ली वाली सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं. इसलिए इन्होंने मुझे जेल में डाला, ताकि ये दिल्ली में मिल रही सुविधाएं बंद कर अपने शासित राज्यों में उठ रही जनता की मांग को दबा सकें”.केजरीवाल ने कहा,”अब ये किसी भी तरह दिल्ली की सत्ता हासिल करना चाहते हैं. अगर ये सत्ता में आ गए तो सारी सुविधाएं बंद कर देंगे. मुझे भरोसा है कि विधानसभा चुनाव में आप अपने वोट की ताकत से बीजेपी के काम रोकने के हर षड़यंत्र को हराएंगे और AAP की फिर सरकार बनाएगी”.अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के नाम लिखे अपने पत्र में लिखा,” मेरे प्रिय दिल्लीवासियों, इन लोगों ने मुझे 5 महीने जेल में रखा. इन्होंने मुझे गिरफ्तार क्यों किया? आपको असली कारण पता चलेगा तो आपके होश उड़ जाएंगे. ये तो सब जानते हैं कि मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया. केजरीवाल भ्रष्टाचार कर ही नहीं सकता. फिर इन्होंने मुझे गिरफ्तार क्यों किया? क्योंकि दिल्ली में जो मैं आपके लिए काम कर रहा हूं, आपको जो सुविधाएं दे रहा हूं, वो काम रोकने के लिए और वह सुविधाएं बंद करने के लिए इन्होंने मुझे गिरफ्तार किया”.अरविंद केजरीवाल ने पत्र में लिखा है,” ये दिल्ली के काम क्यों रोकना चाहते हैं? मैंने दिल्ली में वो काम कर दिए जो आज तक देश में कभी नहीं हुए. इनकी 22 राज्यों में सरकारें हैं. वहां ये लोग दिल्ली वाले काम नहीं कर पा रहे. वहां जनता ने इनसे अब पूछना शुरू कर दिया है कि दिल्ली वाले काम उन राज्यों में क्यों नहीं हो रहे. इसका इनके पास कोई जवाब नहीं है. पंजाब में हमारी जीत के बाद इनको लगने लगा कि अगर जल्द ही दिल्ली के काम नहीं रोके गए तो पूरे देश में इनकी दुकानें बंद हो जाएंगी और आम आदमी पार्टी पूरे देश में आ जाएगी.इसलिए पिछले दस साल में इन्होंने कई बार एलजी के जरिए दिल्ली के काम रोकने की कोशिश की. लेकिन मैंने आपका कोई काम रुकने नहीं दिया. मैं पढ़ा लिखा हूं. पहले सरकार में अफ़सर रह चुका हूं. इसलिए मुझे पता है कि सरकार में काम कैसे करवाना है. जब ये उसमें सफल नहीं हुए तो इन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया”.अरविंद केजरीवाल ने पत्र में आगे लिखा है, ”मेरे काम से इन्हें इतना डर है कि इन्होंने जेल में हर तरह की कोशिश की कि मैं सही सलामत बाहर न आ सकूं. इन्होंने जेल में मेरी दवाइयां बंद कर दी. मैं शुगर का मरीज हूं और पिछले दस साल से मुझे रोज चार बार इंसुलिन के इंजेक्शन लगते हैं. इन्होंने जेल में मेरे इंजेक्शन बंद कर दिए. इससे मेरी किडनी खराब हो सकती थी और मेरी मौत भी हो सकती थी. इनके इतने षड़यंत्र के बाद भी भगवान की कृपा, जनता के आशीर्वाद, संविधान की ताक़त और सुप्रीम कोर्ट के न्याय की वजह से मैं जेल से बाहर आ गया”. अरविंद केजरीवाल ने कहा है,”जब मैं जेल में था तो मेरे पीछे से इन्होंने दिल्ली के कई काम रोक दिए. इन्होंने टूटी सड़कों की मरम्मत, सीवर की सफाई, पानी की सप्लाई, अस्पतालों में फ्री दवा व टेस्ट बंद करा दिए. लेकिन जेल से निकलते ही मैंने धड़ाधड़ सारे रुके काम करवाने शुरू कर दिए. इस तरह इस षड्यंत में भी ये लोग सफल नहीं हुए. जैसे जेल से छूटते ही मैंने दिल्ली की टूटी हुई सड़कों की युद्ध स्तर पर रिपेयर शुरू करवा दी. उसी तरह दूसरे रुके हुए काम भी शुरू करवा दिए”.